Tuesday, October 12, 2021

अरी ओ फरजाना

अरी ओ फरजाना दरवाजा खोलना
बाहर खडा हूं मै अंदर मुझे है आना

कबसे कर रहा हू मै इंतजार
अंदर आने को मै बेकरार
नही सुनती क्या तू मेरा इकरार
अब ना कर तू मनमानी मुझे है तुझे पाना

जरा देख तो ले मै क्या लाया
मेरे हाथ मै है यह हार नया
चूडी भी है उसके साथ साथ
पहनोगी तो सुंदर लगे तेरे हाथ
बालों की सुई मै लगा है हिरा पन्ना

अपना झगडा तू अब छोड दे
आपस की बाते आपस मे रहने दे
काहे तू जाय मैके क्या है वहा
मै तेरा आशिक खडा है यहा 
भूल जा सारी दुनिया पर मुझे न भुलना 

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