मोहन मै तेरे प्रेम की प्यासी
तेरे चरण की हो जावूं दासी
मै तेरे प्रेम की प्यासी
मेरे नैन तुझको चाहे
तुझे देखते वहीं सुखावे
मेरे मनकी दूर हो जाय उदासी
मोहन रे मै तेरे प्रेम की प्यासी
हरी मै तेरे प्रेम की प्यासी
{{{मोहन मै तोरे प्रेम की प्यासी
तोरे चरण की हो जावूं दासी
हरी रे मै तोरे प्रेम की प्यासी
मोरे नैन तोहे चाहे
तोहे देखते वहीं सुखावे
मोरे मनकी दूर हो जावे उदासी
मोहन मै तो तोरे प्रेम की प्यासी
हरी रे मै तोरे प्रेम की प्यासी }}}
- पाषाणभेद